दरअसल 1 मई को बालोतरा के नया बस स्टैंड स्थित पेट्रोल पंप के कैशियर गोविंद पूरी ने बताया कि वह पेट्रोल पंप का दिन भर का जमा हुआ केश दूसरी ब्रांच पर जमा करवाने जा रहा था कि आयकर भवन के पास बाइक सवार दो यूवको ने उसकी आँखों मे मिर्ची डालकर करीब 4 लाख रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए,मामले की सूचना पर बालोतरा पुलिस ने जांच प्रारम्भ की तो पीड़ित कैशियर पर शक हुआ।पुलिस ने कैशियर पर निगाह बनाये रखी और उससे कड़ाई से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया,उसने बताया कि पेट्रोल पंप के एक अन्य कार्मिक के साथ मिलकर उसने यह साजिश रची।
कैशियर गोविंदपुरी के अनुसार उस पर करीब 5-6 लाख का कर्जा हो गया था और लेनदार रोज पैसे को लेकर उस पर दबाव बना रहे थे,पेट्रोल पंप के मैनजर की छुट्टी पर होने से पम्प के कलेक्शन कैश को मुख्य ब्रांच में जमा करवाने की जिम्मेवारी उसे दी गई थी,एक बार उसने पैसे मुख्य ब्रांच में जमा करवाये,रोजाना लाखो के केश कलेक्शन को देखते हुए उसने अपने सहकर्मी जगराम के साथ फर्जी लूट की योजना तैयार की ।
रात को आयकर भवन के पास अंधेरा होने के कारण अपने ऊपर मिर्च पाउडर उंडेलकर रुपयों से भरा बैग सहयोगी को सौप दिया और अपने साथ फर्जी लूट को लेकर चिल्लाने लगा ,आसपास के लोगो के जमा होने पर उसने अपने साथ दो अज्ञात बाइक सवारों द्वारा रुपयों से भरा बैग छीनने की कहानी सुनाई।थानाधिकारी बाबूलाल रैगर ने टीम के साथ उसपर निगाह बनाये रखी आवर शक होने पर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।पुलिस ने आरोपी के सहयोगी के पास से लूट की रकम भी बरामद की ।