पूर्व राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने कृषि मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023 को " मिलेट्स वर्ष " के रूप में मनाए जाने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं बाड़मेर जैसलमेर के सांसद एवं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी का आभार जताते हुए बताया कि राजस्थान की प्रमुख फसल ज्वार, बाजरा, मक्का आदि फसलों को ध्यान में रखते हुए इन फसलो की पैदावार को बढ़ावा देने एवं उच्च पैदावार के उपयोग के तौर-तरीकों को बढ़ावा देने के लिए तथा किसानों की आमदनी दुगनी करने के लिए " मिलेट्स वर्ष 2023 " की घोषणा की गई है । अभी हाल ही भारतीय संसद में मोटे अनाज को उपयोग में लेने के तौर तरीकों के तहत हिंदुस्तान के पूर्व से पश्चिम एवं उत्तर से दक्षिण से निर्वाचित होकर आने वाले सभी माननीय सांसदों को बाजरे का स्वाद चखा कर राजस्थान का मान एवं सम्मान बढ़ाया है और बाजरे का उपयोग संपूर्ण हिंदुस्तान में हो ऐसा एक संदेश दिया है । बालोतरा के स्थानीय मोहन भाई माली एवं अन्य कारीगरों द्वारा भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जग्दीप धनकड , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं हिंदुस्तान के तमाम शीर्ष नेताओं तथा सांसदों को राजस्थानी व्यंजन जिसमे मुख्य बाजरी का सोगरा,काचरी एवं सान्गरी की सब्जी, खींच का स्वाद चखा कर राजस्थान के बाजरे एवं मोटे अनाज के प्रति एक अलख जगाई है । भारत सरकार द्वारा इस मोटे अनाज को " मिलेट्स वर्ष 2023" के रुप में मनाए जाने पर मोटे अनाज का उपयोग देश में ही नहीं वरन संपूर्ण विश्व में हो सकेगा और मोटे अनाज की खपत से आम किसानों को उनके द्वारा पैदावार की जाने वाली फसलों के दामों में बढ़ोतरी होगी जो कि किसानों के फायदे के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी जो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किसानों की आय बढ़ाने के वादे को पूरा करेगी ।
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